Friday, October 12, 2012

हकीकत

कानपुर-इलाहाबाद मार्ग पर स्थित एक स्थान खागा. नरेश राम का क़त्ल दीना नाथ यादव ने इसलिए करवा दिया क्योकि उसकी जीप दीना नाथ यादव के बेटे की शादी में नहीं गयी थी. (3 जून 2012 दैनिक जागरण)

मेरठ के नेगी सराय में बाबू राम के खेत को राम सेवक यादव ने जबरदस्ती हड़प कर वहां पर अपना बैठका एवं गोशाला बनवा लिया. विरोध करने पर बाबूराम के बड़े बेटे प्रकाश को काट कर नहर में फेंक दिया गया. थाने में रिपोर्ट लिखवाने गए बाबूराम को थानेदार ने मार कर भगा दिया. तथा नसीहत दी गयी क़ि वह गाँव छोड़ कर चला जाय. नहीं तो बाकी लोगो की भी यही दशा होगी. बाबूराम अपने परिवार के साथ कही अन्यत्र चला गया. (दिनांक 13 जुलाई 2012 , अमर उजाला)

बनारस के रोहनिया में रामरती को नन्हकू यादव सिर्फ इस लिये मरवा दिया क़ि उसने उन्हें अपनी गाय नहीं दी. उसे मरवाने के बाद श्री नन्हकू जी ने उस गाय को अपने दरवाजे पर बंधवा लिया. थानेदार के विरोध करने पर उसे सस्पेंड कर दिया गया. (दिनांक 29 जुलाई 2012 अमर उजाला)

बलिया के संदवापुर में श्री तिलक धरी यादव, श्री किशुन यादव तथा श्री पारस यादव ने वहां के लेखपाल हंसनाथ यादव, क़ानून गो श्री दूध नाथ यादव के साथ मिल कर एक असहाय स्त्री की ज़मीन की पैमायिस गलत तरीके से कराकर उसे हड़प लिया गया. जब वह थानेदार से शिकायत करने पहुँची तो संयोग से एक सिपाही ने उसे पहले ही आगाह कर दिया क़ि थाने पर मत जाना. अन्यथा या तो तुम्हें बेइज्ज़त किया जाएगा. या फिर मरवा दिया जाएगा. वह असहाय स्त्री अपने मानसिक रूप से विक्षिप्त भाई को लेकर कही चली गयी. (प्रत्यक्ष)

उसी  गाँव के निवासी श्री गोरख यादव एवं श्री परम हंश यादव ने मिल कर एक और अबला को उसके दरवाजे की ज़मीन हड़प कर उस पर सड़क बनवा दिया. जब उसने विरोध किया तो उसे मारने की धमकी दी गयी. उस स्त्री ने डर कर अपने बच्चो के साथ गाँव ही छोड़ दिया. (प्रत्यक्ष)

उपरोक्त गाँव से सटे एक मुहल्ला ज़मीन भांटी के निवासी श्री मोहन यादव, धीरेन्द्र यादव एवं कृष्ण यादव ने मिलकर किशुन राजभर के बेटे को इतनी मार मारा क़ि अब वह शायद कभी कोई काम नहीं कर पायेगा. कारण यह था क़ि उसने उनके यहाँ बिना मज़दूरी लिये काम करने से इनकार कर दिया था. (प्रत्यक्ष)

गोरखपुर के कूडाघाट निवासी श्री देवनाथ यादव ने मुरली प्रसाद मौर्या को इसलिए मरवा दिया क़ि उसने अपना ज़मीन का प्लाट उन्हें नहीं बेच दिया. तथा खुद ही अपना घर बनवा लिया. उसके बाद उसकी पत्नी को थाने में जबरदस्ती बुलाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. और बाद में उसे भी मरवा दिया गया. (22 सितम्बर 2012 , दैनिक जागरण)

संत रविदास नगर के भूलन राम एवं उसकी पत्नी को इस लिये जला दिया गया क़ि उसने राम जतन यादव निवासी मंझन पुर को अपना सरकारी पट्टे वाली ज़मीन नहीं दिया. और आज उस ज़मीन पर श्री यादव जी का लबे सड़क सरकारी शराब की दूकान खुली हुई है. (23 सितम्बर 2012 दैनिक जागरण)
 

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