Wednesday, May 29, 2013

गुजरात: पानी पर अगड़ों का वर्चस्व, दलितों को नहीं मिल रहा


अहमदाबाद। पानी किल्लत से जूझ रहे गुजरात में एक गांव को दो हिस्सों में
बांट दिया है। गांव के अगड़ी जाति के लोगों पर आरोप है कि वो गांव के
दलितों को पानी का इस्तेमाल नहीं करने दे रहे हैं। गांव के दलित एक-एक
बूंद पानी के लिए मोहताज हो गए हैं। हालांकि प्रशासन ऐसे आरोपों से इनकार
कर रहा है।

राजकोट जिले के जसदन तहसील में लोगों की इंसानियत नहीं जागी है। जसदन
तहसील के दस से भी ज्यादा गांवों में पानी होने के बावजूद आधे लोग प्यासे
हैं।यहां खडवावडी गांव में पानी होते हुए भी दलितों को पानी नहीं मिल रहा
है। पानी पर अगड़ों का वर्चस्व है। लिहाजा दलित महिलाओं और बच्चों को
पानी भरने के लिए गर्मी में कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। खडवावडी की
निवासी मंजुलाबेन के मुताबिक हम दलित हैं इसलिए हमें पानी से अलग रखा
जाता है, हमारे साथ बहुत भेदभाव किया जाता है, हम दलितों को पानी भरने
नहीं देते, सरकार भी कुछ नहीं कर रही, हमने सभी से बहुत शिकायत की मगर
कोई नहीं सुनता, हमारे छोटे छोटे बच्चे हैं, हम पानी भरने कहां जाएं ?
दलितों का आरोप है कि गांव में पानी उनकी कोशिशों से आया, और अब उन्हें
ही पानी से दूर कर दिया गया है।
रतना भाई जाला के मुताबिक हमारे गांव में पहले पानी नहीं आता था, दलित
महिलाओं ने ही पानी शुरू करवाया था, आज हाल ये है कि हम दलितों को ही
पानी नहीं भरने देते, बच्चों को स्कूल में भी अलग बिठाया जाता है,
मंदिरों में भी यही सुलूक किया जाता है। खडवावडी अकेला गांव नहीं, तहसील
के दूसरे गांवों में भी कमोबेश यही हाल है, लेकिन प्रशासन सबकुछ जानते
बूझते हुए अनजान बन रहा है।

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